मनोरंजन की दुनिया में मिसफिट है यह 'स्क्वाड'


  • डायरेक्शन: नीलेश सहाय
  • स्टोरी-स्क्रीनप्ले: नीलेश सहाय, शोभा निहलानी
  • म्यूजिक: सोनल प्रधान, अमजद नदीम आमिर
  • जॉनर: एक्शन थ्रिलर
  • एडिटिंग: देबजन बोस
  • सिनेमैटोग्राफी: अंशुमान सिंह ठाकुर, विलियम हम्फ्रीज
  • स्टार कास्ट: रिन्जिंग डेन्जोंगपा, मालविका राज, पूजा बत्रा, मोहन कपूर, अमित गौर, तनीषा ढिल्लों, दिशिता जैन, अब्दुल्ला उस्मान, आशीष त्यागी, रोहन अरोड़ा
  • रनिंग टाइम: 124.17 मिनट

फिल्म 'स्क्वाड' से अभिनेता डैनी के बेटे रिन्जिंग डेन्जोंगपा ने बॉलीवुड में एक्टिंग डेब्यू किया है। फिल्म देखकर पहली बात जो जेहन में आती है, वह है- बेसिर पैर की फिल्म। इसे आखिर क्यों बनाया गया है। न तो इसकी कहानी में दम है और न ही कलाकारों की परफॉर्मेंस में। एक्शन भी ऐसा नहीं है, जिसके भरोसे ही मूवी को झेल सकें। जॉनर एक्शन थ्रिलर है पर एक पल के लिए भी रोमांच महसूस नहीं होता। यह 'स्क्वाड' एकदम बिखरा हुआ है।

देश की बेटी को बचाने का मिशन

फिल्म की कहानी छह साल की बच्ची मिमी (दिशिता) को अद्जारा (जॉर्जिया) से सही सलामत भारत लाने के मिशन की है। मिमी के पीछे दुनियाभर की गवर्नमेंट पड़ी हैं। दरअसल, मिमी डीआरडीओ के फाउंडिंग मेंबर विख्यात साइंटिस्ट डॉ. बनर्जी की ग्रैंड डॉटर है। नेशनल इमरजेंसी रिस्पॉन्स ऑपरेटिव (नीरो) को 'मिशन रक्षा' की जिम्मेदारी दी जाती है। मिशन लीडर भीम (रिन्जिंग) समेत 6 मेंबर का स्क्वाड देश की बेटी को बचाने के लिए निकल पड़ता है।

नीलेश ने डुबोयी लुटिया

नीलेश सहाय का निर्देशन एकदम लचर है। पहले से लेकर आखिरी फ्रेम तक एक भी ऐसा मौका नहीं आता, जहां दर्शक फिल्म से जरा सा भी कनेक्शन महसूस कर सकें। स्क्रीनप्ले बचकाना सा है। नीलेश सिर्फ फिल्म के डायरेक्टर हैं बल्कि प्रोड्यूसर, राइटर भी हैं। यहां तक कि एक्शन की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली है। एक साथ एक से अधिक नावों की सवारी उन्हें भारी पड़ गई है। वह किसी भी मोर्चे पर सफल नहीं हुए हैं। एडिटिंग ढीली है। म्यूजिक की बात न करें तो ही बेहतर है, क्योंकि यह भी निराश करता है। लोकेशंस ओके हैं पर सिनेमैटोग्राफी कुछ खास नहीं है।

रिन्जिंग के चेहरे पर एक्सप्रेशन ही नहीं

भाव विहीन चेहरे के साथ रिन्जिंग पूरी फिल्म में एक जैसे लुक में हैं। यही हाल उनके एक्शन सीक्वेंस और डायलॉग डिलिवरी का है। डेब्यू फिल्म में मालविका राज का काम ठीक-ठाक है। पूजा बत्रा की एक्टिंग कामचलाऊ है।  मोहन कपूर, अमित गौर, तनीषा ढिल्लों, दिशिता जैन समेत अन्य सपोर्टिंग एक्टर भी कुछ अलग नहीं कर पाए।

रेटिंग: ½