प्लॉट में नयापन नहीं, फिर भी मजेदार '...पंचनामा 2'
- स्टार कास्ट : कार्तिक आर्यन, नुसरत भरूचा, सनी सिंह, सोनाली सहगल, ओमकार कपूर, इशिता शर्मा, शरत सक्सेना
- राइटर-डायरेक्टर : लव रंजन
- डायलॉग : राहुल मोदी, तरुण जैन, लव रंजन
- म्यूजिक : हितेश सोनिक, शारिब-तोषी
निर्देशक लव रंजन की पहली फिल्म 'प्यार का पंचनामा' (2011 ) सरप्राइज हिट थी। इसमें उन्होंने यूथ की नब्ज को भांपते हुए तीन लड़कों के प्यार में पड़ने और फिर उनकी लाइफ में आए ट्विस्ट्स को रोचकता के साथ पेश किया था। अब इसका सीक्वल भी यूथ को टार्गेट करते हुए ही बनाया है। बॉयज के पॉइंट ऑफ व्यू से बनाई गई इस फिल्म में लव रिलेशनशिप के दौरान की परिस्थितियों को दिखाया गया है। प्लॉट में फ्रेशनेस की कमी है। फर्स्ट डेट का एक्साइटमेंट, रोमांस, मिसअंडरस्टैंडिंग, फर्स्ट डेट एनिवर्सरी हॉलिडे, ब्रेकअप जैसी सिचुएशंस 'प्यार का पंचनामा' की याद दिलाती हैं। फिल्म की कहानी तीन दोस्तों अंशुल उर्फ गोगो (कार्तिक आर्यन), सिद्धार्थ उर्फ चौका (सनी सिंह) और तरुण उर्फ ठाकुर (ओमकार कपूर) की है, जो फ्लैट शेयर करते हैं और महानगरों में रहने वाले युवाओं की तरह मस्ती से भरपूर जीवनशैली फॉलो करते हैं। इसी बीच तीनों की लाइफ में उनके लव इंटरेस्ट की एंट्री होती है। अंशुल, रुचिका/चीकू (नुसरत भरूचा), सिद्धार्थ, सुप्रिया (सोनाली सहगल) और ठाकुर, कुसुम (इशिता) से डेटिंग करने लगता है। डेटिंग के दौरान जो परिस्थितियां बनती हैं, वो गुदगुदाती हैं। गर्लफ्रेंड की पसंद-नापसंद का खयाल, उसका मूड, बॉय बेस्ट फ्रेंड को तवज्जो, मनी मैटर, गर्लफ्रेंड के पैरेंट्स को इम्प्रेस करना जैसे प्रसंगों से उन लड़कों का दर्द बयां किया है, जिन्हें रिलेशनशिप के दौरान तमाम तरह के पापड़ बेलने पड़ते हैं। लव रंजन और उनकी डायलॉग राइटिंग टीम ने वन लाइनर और कॉमिक पंच पर खास ध्यान दिया है, जो फिल्म को एंटरटेनिंग बनाते हैं। खासकर फर्स्ट पार्ट की तरह कार्तिक का इस फिल्म में भी बोला गया आठ मिनट का मोनोलॉग पूरी कहानी का सार है। यह मोनोलॉग दर्शकों को हंसने का भरपूर मौका देता है।
इस एडल्ट कॉमेडी के फ्लेवर के मुताबिक सभी एक्टर्स ने अच्छा काम किया है। कार्तिक और नुसरत की केमिस्ट्री गजब की है। नुसरत ने नखरे दिखाने वाली लड़की के किरदार को बखूबी जिया है। बेचारे बॉयफ्रेंड के रोल में सनी नैचरल एक्टिंग से सहानुभूति बटोरने में कामयाब रहे हैं, वहीं ट्रेडिशनल फैमिली और अपनी मॉडर्न लाइफस्टाइल में बैलेंस रखने वाली लड़की के कैरेक्टर को सोनाली ने बखूबी निभाया है। अपनी डेशिंग पर्सनैलिटी और लुक्स से ओमकार आकर्षक लगे हैं, वहीं मनी माइंडेड गर्ल के रोल में इशिता भी कम नहीं हैं। कहानी में नयापन नहीं होने से 'प्यार का पंचनामा' का सीक्वल बैटर नहीं बन पाया, लेकिन इसके बावजूद फिल्म में काफी मनोरंजक एलिमेंट हैं। डायलॉग और एक्टर्स की नैचरल एक्टिंग प्लस पॉइंट है, जो हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। गीत-संगीत कमजोर है। कोई गाना ऐसा नहीं है, जो जुबां पर रहे। बैकग्राउंड स्कोर सिचुएशंस पर पूरी तरह फिट बैठता है। सिनेमैटोग्राफी शानदार है, पर एडिटिंग की गुंजाइश है। अगर आप एडल्ट कॉमेडी के दीवाने हैं और लव रिलेशनशिप में भी हैं तो इस वीकेंड आपके लिए मनोरंजन का अच्छा विकल्प है 'प्यार का पंचनामा 2'।
रेटिंग: ★★★
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