जय रंगमंच... आज से 7 दिन मनोरंजन की दावत


अपनी कुर्सी की पेटी बांध लीजिए, मज़ा आने वाला है... जयपुर के आर्ट हब जवाहर कला केंद्र में रंगमंच का दस्तर-ख़्वान बिछ गया है। यहां पूरे एक सप्ताह यानी 10 से 16 दिसंबर तक दावत-ए-मनोरंजन है। जयपुर रंग महोत्सव (जयरंगम)-2023 में मंच पर कलाकारों की अदाकारी में शृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, भयानक, वीभत्स, अद्भुत सरीखे रस नजर आएंगे। यही नहीं, रंग संवाद में रंगमंच, अभिनय, रंगकर्मी और इनसे जुड़े किस्से-कहानियां भी सुनने को मिलेंगी।

जब दिन में गुनगुनी धूप होगी तो कृष्णायन (दोपहर 12 बजे) और रंगायन (शाम 4 बजे) में कलाकारों की अदाकारी की लहरें नाट्य प्रेमियों को आनंद की गहराइयों में ले जाएंगी। जब रात गुलाबी सर्दी का लिहाफ ओढ़ना शुरू करेगी तो फलक पर टिमटिमाते तारों की छांव में मध्यवर्ती के मंच पर आंगिक, वाचिक, आहार्य और सात्विक अभिनय की खूबसूरत बानगी दिखेगी।

3 एम डॉट बैंड्स थिएटर फैमिली सोसाइटी की ओर से आयोजित जयरंगम का परदा रविवार दोपहर 12 बजे मनन कथूरिया लिखित-निर्देशित नाटक 'हियरिंग द फिंगर्स' के साथ उठेगा। शाम 4 बजे रंगायन में अरु व्यास निर्देशित 'संक्रमण' का मंचन होगा। शाम 7 बजे मध्यवर्ती में सुरुचि शर्मा के निर्देशन में नाटक 'मैं जो करती वो क्यूं करती?' का शो होगा।

11 दिसंबर को कृष्णायन में कृष्ण विलास वाल्के लिखित-निर्देशित 'लाली' दर्शकों के दिल में जगह बनाने की कोशिश करेगा। रंगायन में मूमल तंवर के निर्देशन में 'स्मृति शेष' में यादों के जुगनू टिमटिमाएंगे। जैसे ही रात का समा होगा और चंद्रमा झूमने लगेगा तो मध्यवर्ती में अतुल सत्य कौशिक के निर्देशन में म्यूजिकल शो 'द्वापर नाद' होगा। मंच पर लतिका जैन श्रीकृष्ण और महाभारत से जुड़े प्रसंगों को संगीत में पिरोकर परफॉर्मेंस देंगी।

12 दिसंबर को कृष्णायन में वैष्णव व्यास का लेखन और निर्देशन 'मैजिक फ्रूट- ए पोएटिक ट्रिप' से झिलमिल नगरी की सैर कराएगा। रंगायन में संजय महर्षि और सुधन्वा देशपांडे के डायरेक्शन में बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'Gaon Ke Naon Theatre, Mor Naon Habib' की स्क्रीनिंग होगी। मध्यवर्ती में हबीब तनवीर निर्देशित नाटक 'चरणदास चोर' का मंचन होगा।

13 दिसंबर को चिन्मय मदान के निर्देशन में 'प्रेम पत्र' लिफाफे से बाहर आएगा और कृष्णायन में इस प्रेम पत्र में बसी इश्क की स्याही की सौंधी खुशबू बिखर जाएगी। जैसे ही शाम के चार बजेंगे, रंगायन के मंच पर 'भानगढ़ का भानु' आ धमकेगा। इस नाटक के लेखक-निर्देशक विनोद सोनी हैं। रात का रंग चढ़ने लगेगा तो मध्यवर्ती में 'बागी अलबेले' हंसाने के लिए आ जाएगा। इस व्यंग्यपूर्ण कॉमेडी के निर्देशक अतुल कुमार हैं। इसमें आयशा रजा मिश्रा, उज्ज्वल चोपड़ा, हर्ष खुराना, शबनम वढेरा, हर्ष ए. सिंह सरीखे एक्टर मंच पर किरदार निभाएंगे।

14 दिसंबर को मल्लिका शाह लिखित-निर्देशित नाटक 'आई किल्ड माई मदर/इट वाज नॉट माई फॉल्ट' का मंचन होगा। इसमें एक युवती के जीवन की एक दिन की अलग-अलग घटनाएं दिखाई जाएंगी। रंगायन में आवाज स्टूडियो की ओर से म्यूजिकल परफॉर्मेंस होगी। मध्यवर्ती के मंच पर डॉ. हिमांशु वाजपेयी 'दास्तान-ए-साहिर' पेश करेंगे। 

15 दिसंबर को राइटर-डायरेक्टर चैताली दास और तीर्था भट्ट कृष्णायन में 'वह लड़कियों वाला नाटक' लेकर आएंगी। रंगायन में राजेश सिंह के निर्देशन में 'ब्लैक बोर्ड लैंड' से वाकिफ होने का मौका मिलेगा। जब रात दिन के उजाले को पूरी तरह अपने आगोश में ले लेगी तो मध्यवर्ती के मंच पर 'महफिल@जयरंगम' सजेगी। 

जयरंगम के आखिरी दिन यानी 16 दिसंबर को सबसे पहले कृष्णायन में नाटक 'लेटर्स टू द अनबॉर्न चिल्ड्रन ऑफ फातिमा जहां' होगा। गौरव दास और नयन साधक लिखित-निर्देशित यह नाटक उतार-चढ़ाव भरी एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाएगा। इसके बाद रंगायन में 'Kayo Kayo Colour?' फिल्म की स्क्रीनिंग होगी। इसके राइटर-डायरेक्टर शाहरुखखान चावड़ा हैं। मकरंद देशपांडे लिखित-निर्देशित नाटक 'सर सर सरला' के साथ जयरंगम का परदा गिरेगा। इसमें मकरंद देशपांडे, अहाना कुमरा और संजय दाधीच मंच पर अपनी अदाकारी से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।

जयरंगम-2023 रंगमंच की दुनिया के लीजेंड हबीब तनवीर को समर्पित है। लिहाजा सुकृति आर्ट गैलरी में इस दौरान एक सप्ताह तक 'एग्जीबिशन: हबीब तनवीर एंड हिज लेगेसी' होगी। इसमें हबीब तनवीर का सफरनामा देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं, 11 से 15 दिसंबर तक सुरेख आर्ट गैलरी में हर दिन दोपहर 2 बजे रंग संवाद का आयोजन किया जाएगा। 11 दिसंबर को 'चाणक्य नीति एंड यू' विषय पर अतुल सत्य कौशिक अपने विचार रखेंगे। 12 दिसंबर को 'हबीब तनवीर एंड हिज थिएटर' और 13 दिसंबर को 'अनटोल्ड स्टोरीज ऑफ जयपुर' सब्जेक्ट पर डिस्कशन होगा। 14 दिसंबर को 'वॉइसेज ऑफ द स्ट्रीट' टॉपिक पर वरिष्ठ रंगकर्मी अरविंद गौड़ और अभिषेक गोस्वामी चर्चा करेंगे। 15 दिसंबर को 'द नेक्स्ट जेन: रिडिफाइनिंग, एक्सपेरिमेंटिंग एंड एम्ब्रैसिंग थिएटर' पर रंगकर्मी सुरुचि शर्मा, चिन्मय मदान, मूमल तंवर और जयरंगम प्रोग्रामर मन गेरा अपने विचार साझा करेंगे।जयरंगम कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान और जवाहर कला केंद्र के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।