'शानदार' रायता फैल गया


  • स्टार कास्ट : शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, पंकज कपूर, सनाह कपूर, संजय कपूर, सुषमा सेठ, करण जौहर, अंजना सुखानी
  • डायरेक्टर : विकास बहल   
  • म्यूजिक : अमित त्रिवेदी
  • स्टोरी : विकास बहल, चैताली परमार, अन्विता दत्त
विकास बहल निर्देशित कम बजट की फिल्म 'क्वीन' बॉक्सऑफिस पर ब्लॉकबस्टर हिट रही। इतना ही नहीं, फिल्म ने 'बेस्ट फीचर फिल्म इन हिंदी' और इसकी हीरोइन कंगना रनौत ने 'बेस्ट एक्ट्रेस' का नेशनल अवॉर्ड जीता। फिल्म की बिग सक्सेस ने विकास को लाइमलाइट में ला दिया। ऐसे में उनकी फिल्म 'शानदार' से दर्शकों की उम्मीदें ज्यादा होना लाजिमी है, लेकिन जहां 'क्वीन' का स्टोरीटेलिंग और प्रजेंटेशन आउटस्टैंडिंग था, वहीं शाहिद कपूर-आलिया भट्ट की जोड़ी वाली 'शानदार' की कहानी ने रायता फैला दिया और विकास वह मनोरंजन नहीं परोस पाए, जिसकी दर्शक उम्मीद लगाए बैठे थे। डेस्टिनेशन वेडिंग पर आधारित इस फिल्म की स्क्रिप्ट विकास ने अन्विता दत्त और चैताली परमार के साथ मिलकर लिखी है, लेकिन स्क्रिप्ट में भटकाव होने से यह बीच-बीच में बोझिल लगने लगती है। हालांकि खूबसूरत लोकेशंस, शानदार फिल्मांकन और उम्दा कलाकार फिल्म का प्लस पॉइंट है। विकास के पास इस बार बड़ा बजट था, इसलिए रोम-कॉम स्टाइल की फिल्म की खूबसूरती और ताम-झाम का पूरा खयाल रखा है। कहानी के केन्द्र में डेस्टिनेशन वेडिंग है, जो दो बिजनेस फैमिली के बच्चों की है। लेकिन यह शादी कम, बिजनेस डील ज्यादा है। शादी के इस माहौल में एक प्रेम कहानी भी पनपती है आलिया (आलिया भट्ट) और जगजिंदर जोगिंदर (शाहिद) के बीच। इधर, आलिया की पिता बिपिन अरोड़ा (पंकज कपूर) से स्ट्रॉन्ग बॉन्डिंग को भी पिरोया गया है।
'हैदर' में इंटेंस रोल में दिखे शाहिद फिल्म में फन लविंग कैरेक्टर में हैं। मासूमियत के साथ उनका चुलबुलापन आकर्षक है। आलिया एक बार फिर क्यूट और ब्यूटीफुल लगी हैं। शाहिद के साथ उनकी केमिस्ट्री गजब की है। पंकज ने हमेशा की तरह शानदार अभिनय किया है। शाहिद के साथ उनकी ट्यूनिंग अमेजिंग है और गुदगुदाती है। दोनों की तू-तू, मैं-मैं वाले दृश्य कमाल के हैं। पंकज की बेटी और शाहिद की बहन सनाह की यह डेब्यू फिल्म है और वे अपने किरदार में फिट हैं। तेज-तर्रार बिजनेसवुमन के रोल में सुषमा सेठ का काम ठीक है, पर संजय कपूर इरिटेट करते हैं। म्यूजिक ठीक है, उम्दा नहीं। हालांकि 'शाम शानदार', 'गुलाबो', 'नींद न मुझको आए' सॉन्ग यूथ में हिट हैं। 'क्वीन' में विकास का डायरेक्शन परफेक्ट था, पर 'शानदार' में उतना जबरदस्त नहीं है। फिल्म में ज्यादातर मसाले वही हैं, जिन्हें हम बिग बजट रोम-कॉम मूवीज में कई बार देख चुके हैं। स्क्रिप्ट कमजोर कड़ी होने के बावजूद कलाकारों का अभिनय और डायलॉग्स फिल्म को मजेदार बनाते हैं। नसीरुद्दीन शाह का वॉइस ओवर दिल को छूता है, वहीं एनिमेशन वाले सीन भी लाजवाब हैं। फिल्मांकन आकर्षक है, पर एडिटिंग की गुंजाइश है। कुछ सीक्वेंस ठूंसे हुए लगते हैं। यदि आपको शाहिद, आलिया और पंकज की कैमिस्ट्री देखनी है तो 'शानदार' देखने जाएं, पर 'क्वीन' जैसी फिल्म की उम्मीद लेकर नहीं, वर्ना निराश होंगे।

रेटिंग: ½