एंटरटेनमेंट में फेल है यह 'स्टूडेंट'
- डायरेक्शन : पुनीत मल्होत्रा
- राइटिंग : अरशद सईद
- म्यूजिक : विशाल-शेखर
- बैकग्राउंड स्कोर : सलीम-सुलेमान
- सिनेमैटोग्राफी : रवि के. चंद्रन
- एडिटिंग : रितेश सोनी
- स्टार कास्ट : टाइगर श्रॉफ, अनन्या पांडे, तारा सुतारिया, आदित्य सील, समीर सोनी, गुल पनाग, आएशा रजा, मनोज पाहवा, अभिषेक बजाज, हर्ष बेनीवाल, मनजोत सिंह, राजेश कुमार, चेतन पंडित, मानसी जोशी रॉय
- कैमियो : विल स्मिथ, आलिया भट्ट
- रनिंग टाइम : 146 मिनट
ड्रीम, कॉम्पीटिशन और रोमांस की कहानी
यह कहानी है पिशोरीलाल चमनदास कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट रोहन (टाइगर श्रॉफ) की। रोहन गेम्स और डांस में अच्छा है। वह बचपन यानी 12 साल से मृदुला उर्फ मिया (तारा सुतारिया) का दीवाना है। दोनों साथ में पढ़े हैं। मृदुला सेंट टेरेसा कॉलेज में एडमिशन ले लेती है। यह हाई क्लास कॉलेज है, जिसमें ज्यादातर पैसे वालों के बच्चे ही प्रवेश लेते हैं। रोहन भी मृदुला के साथ के लिए सेंट टेरेसा कॉलेज में जाने के सपने देखता है, लेकिन उसकी फैमिली के पास इतने पैसे नहीं हैं। इस बीच रोहन को स्पोर्ट्स कोटा के जरिए एडमिशन मिल जाता है। वहां उसकी मुलाकात श्रेया (अनन्या पांडे) से होती है, जो जरा जिद्दी, अड़ियल और तुनकमिजाज किस्म की लड़की है। उसके पिता रईस हैं और कॉलेज के ट्रस्टी भी हैं, ऐसे में कॉलेज मैनेजमेंट भी उसकी मनमानी को बर्दाश्त करता रहता है। पहली मुलाकात में ही रोहन और श्रेया में छत्तीस का आंकड़ा हो जाता है। श्रेया का भाई मानव रंधावा (आदित्य सील) उससे एकदम उलट है और वह कॉलेज का हीरो है। वह लगातार दो साल से स्टूडेंट ऑफ द ईयर की ट्रॉफी जीतता आ रहा है। इस बार उसकी नजर हैट्रिक पर है। रोहन और मानव एक-दूसरे के कॉम्पीटिटर हो जाते हैं। इस बीच एक डांस कॉम्पीटिशन के दौरान ऐसा कुछ होता है कि कहानी में नया मोड़ आ जाता है। इसके बाद कई उतार-चढ़ाव के साथ कहानी अंजाम तक पहुंचती है, जिसमें अपना सपना पूरा करने के लिए प्रतिस्पर्धा है तो अपने प्यार को धोखा देना भी है।राइटिंग माइनस पॉइंट
फिल्म का माइनस पॉइंट राइटिंग है। न तो स्टोरी पर ढंग से काम किया गया है, न ही स्क्रीनप्ले को बेहतर बनाने पर फोकस किया है। डायरेक्टर पुनीत ने सारा ध्यान रंग-बिरंगे परिधानों, मसल्स शोऑफ और एक्शन पर दिया है। फिल्म वास्तविकता से दूर है, क्योंकि फिल्म में जिस तरह का कॉलेज दिखाया है, उसमें पढ़ाई के अलावा सबकुछ यानी डांस, रोमांस, फाइट, गेम्स होता है। डायरेक्शन में पुनीत की कमान ढीली रही है। प्रोडक्शन के नजरिये से फिल्म रिच है। टाइगर ने अपनी इमेज के अनुरूप डांस और एक्शन अच्छा किया है, एक्टिंग ठीक-ठाक ही है। सबसे ज्यादा प्रभावित अनन्या पांडे करती हैं। पहली ही फिल्म में अपने ग्लैमरस लुक और अदाओं से दिल में जगह बनाने में सफल रही हैं। जब भी वह स्क्रीन पर आती हैं तो उनका शरारती अंदाज लुभाता है। अपनी कॉमिक टाइमिंग से हंसाती भी हैं। तारा सुतारिया को स्क्रीन स्पेस कम मिला है, पर उनका काम ठीक है। एंटी-हीरो के किरदार में आदित्य सील इम्प्रेसिव हैं। यूट्यूब स्टार हर्ष बेनीवाल अपनी कॉमिक टाइमिंग से गुदगुदाते हैं। गुल पनाग छोटे से रोल में हैं, वहीं समीर सोनी और मनोज पाहवा की परफॉर्मेंस भी ठीक है। अन्य सपोर्टिंग कास्ट का काम ओके है। गीत-संगीत दमदार नहीं हैं। 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' का म्यूजिक काफी हिट रहा था, लेकिन इस फिल्म का म्यूजिक औसत ही है। करण के स्कूल की पुरानी स्टूडेंट आलिया भट्ट ने गुरु दक्षिणा के रूप में इस फिल्म में टाइगर के साथ आइटम डांस नंबर 'हुक अप' किया है, जो दिलकश है। वहीं 'ये जवानी' में हॉलीवुड स्टार विल स्मिथ की छोटी सी झलक सरप्राइज पैकेज है। कैमरा वर्क लुभावना है। ढीले संपादन के कारण फिल्म बोर करती है। कई गाने और दृश्य फिजूल के हैं।वक्त ही जाया होगा : 'कलंक' के बाक्स ऑफिस पर नाकाम होने के बाद दर्शकों को धर्मा प्रोडक्शंस की इस फिल्म से काफी उम्मीदें थी, लेकिन ये उम्मीदें डांस, ग्लैमर और एक्शन के आगोश में कहानी के गुम हो जाने से ढेर हो गई। स्टूडेंट ऑफ द ईयर मनोरंजन के मामले में फिसड्डी है। ऐसे में बेसिर-पैर की यह हल्की-फुल्की रोमांटिक फिल्म तभी देखें, जब आपके पास करने को कुछ नहीं है और आप अपना वक्त कहीं भी जाया करने को तैयार हैं।
रेटिंग: ★½
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