लकी हूं कि रहमान सर के साथ गाने का मौका मिला : सनाह

सिंगर सनाह मोइदुट्टी राजस्थानी फ्यूजन म्यूजिक से हैं काफी प्रभावित



हर नए सिंगर का ख्वाब होता है कि उसे म्यूजिक डायरेक्टर एआर रहमान के साथ काम करने का मौका मिले लेकिन बहुत कम ऐसे सिंगर हैं जिन्हें कॅरियर की शुरुआती स्टेज पर ही रहमान के म्यूजिक डायरेक्शन में सॉन्ग गाने का मौका मिला है। फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी', 'गौरी तेरे प्यार में', 'मोहेंजो दारो', 'मेरी प्यारी बिंदु' सरीखी फिल्मों में अपनी आवाज का जादू चला चुकी सिंगर सनाह मोइदुट्टी उनमें से ही एक हैं। सनाह बचपन से ही म्यूजिक से जुड़ी हुई हैं। वह कहती हैं, 'म्यूजिक में मेरी एंट्री मम्मी की वजह से हुई। उन्होंने मेरी पांच साल की एज में ही जान लिया था कि मेरा म्यूजिक में इंटरेस्ट है, इसलिए उन्होंने मुझे कर्नाटिक क्लासिकल की क्लासेज में एनरोल करा दिया। इसमें मैंने छह साल ट्रेनिंग की। फिर सात साल हिंदुस्तानी क्लासिकल की ट्रेनिंग ली। यह सब स्टडीज के साथ किया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान वेस्टर्न वोकल भी शुरू कर दिया। म्यूजिक को एज ए कॅरियर लेने का तब सोचा जब मेरी इंजीनियरिंग खत्म हुई। हालांकि मैंने पहली प्लेबैक सिंगिंग इंजीनियरिंग डेज में ही की थी। दरअसल, मेरे कॉलेज के टैलेंट हंट में एक कम्पोजर जज बनकर आए थे। उनको मेरी आवाज अच्छी लगी तो उन्होंने कहा कि मैं आपको एक रिकॉर्डिंग के लिए कॉल करता हूं। उसके बाद मैंने फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में टाइटल ट्रैक गाया। यह मेरा बॉलीवुड में पहला ब्रेक था। मेरे मैनेजर बेन थॉमस म्यूजिक डायरेक्टर विशाल-शेखर को भी मैनेज करते थे। वह मुझे उनके पास ऑडिशन के लिए लेकर गए। उन्होंने मुझे 'गौरी तेरे प्यार में' मूवी में सुखविंदर सिंह के साथ डूएट सॉन्ग 'मोटो घोटालो' गाने का मौका दिया। उसके बाद एआर रहमान सर और सचिन-जिगर के साथ मैंने काम किया।

म्यूजिक में मेरी इंस्पिरेशन हैं रहमान सर

सनाह खुद को लकी मानती हैं कि उन्हें बहुत ही अर्ली स्टेज में रहमान के साथ फिल्म 'मोहेंजो दारो' के जरिए काम करने का अवसर मिल गया। यह उनके लिए लर्निंग और अमेजिंग एक्सपीरियंस था। बकौल सनाह, रहमान सर बचपन से ही मेरे म्यूजिकल इंस्पिरेशन रहे हैं। उनसे मिलना मेरा एक सबसे बड़ा सपना था। वो फुलफिल तो हुआ ही, साथ ही रहमान सर के साथ मैंने 'मोहेंजो दारो' में डूएट 'तू है' भी गाया। उनके साथ एमटीवी अनप्लग्ड में भी एक एपिसोड कर लिया।

यूट्यूब चैनल पर कवर सॉन्ग

सनाह ने बहुत से गानों के कवर भी गाए हैं। सनाह बताती हैं, 'एक्चुअली इंजीनियरिंग खत्म होते ही मैंने कवर गाना शुरू कर दिया था। इंजीनियरिंग के बाद मुझे एक प्लेटफॉर्म की जरूरत थी ताकि मैं अपनी गायकी और आवाज को प्रजेंट कर सकूं, इसलिए मैंने अपना यूट्यूब चैनल स्टार्ट कर दिया। इसमें मैंने कवर सॉन्ग गाने शुरू कर दिए। यह अब भी चल रहा है और आगे भी प्लेबैक सिंगिंग के साथ चलता रहेगा। दरअसल, जो गाने मुझे अच्छे लगते हैं, मैं उनका कवर बनाती हूं।'

कई भाषाओं में किए गाने रिकॉर्ड

सनाह मुंबई में जन्मी हैं, लेकिन वह कई भाषाओं में सॉन्ग रिकॉर्ड कर चुकी हैं। बकौल सनाह, मैंने हिंदी, इंग्लिश, मराठी, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, बंगाली और मलयालम में रिकॉर्ड कर लिया है। मैं मलयाली हूं। वैसे भी मलयालम बहुत डिफिकल्ट लैंग्वेज है। अगर आप मलयाली में बात कर सकते हो तो काफी लैंग्वेज पिकअप करना आसान हो जाता है।

यूट्यूब से हुए बहुत टैलेंट डिस्कवर

यूट्यूब पर सनाह ने हाल ही मलयालम में एक गाना रिलीज किया। उनका कहना है कि मैं यूट्यूब पर ज्यादा फोकस कर रही हूं। इसके साथ ही फिल्म के लिए भी रिकॉर्ड करती हूं। मेरा मानना है कि यूट्यूब एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। इससे बहुत टैलेंट डिस्कवर हुए हैं। मुझे भी इससे बहुत हेल्प मिली है। रहमान सर को भी मैंने सबसे पहले अपनी रिकॉर्डिंग का यूट्यूब लिंक ही भेजा था। दो साल बाद मुझे उनके स्टूडियो से कॉल आया था।

राजस्थानी फ्यूजन करती हूं एंजॉय

रीडिंग, डांसिंग, फोटोग्राफी और नेचर के करीब रहना पसंद करने वाली सनाह को फोक म्यूजिक भी पसंद है। राजस्थानी संगीत के बारे में वह कहती हैं, 'राजस्थानी म्यूजिक मैंने 'कोक स्टूडियो' में ज्यादा सुना है। मैं इसमेें फ्यूजन को बहुत एंजॉय करती हूं। जब आर्टिस्ट राजस्थानी को नए एलीमेंट के साथ फ्यूजन करते हैं तो वह बेहद दिलकश होता है। हालांकि मैंने ऑथेंटिक राजस्थानी कम सुना है, पर फ्यूजन एलीमेंट काफी सुना है। अगर चांस मिला तो मैं राजस्थानी फोक सॉन्ग भी गाना चाहूंगी।'