'संजू' की कंट्रोवर्शियल लाइफ, रणबीर की माइंड ब्लोइंग एक्टिंग
- स्टार कास्ट : रणबीर कपूर, परेश रावल, विकी कौशल, दीया मिर्जा, सोनम कपूर, मनीषा कोइराला, अनुष्का शर्मा, बोमन ईरानी, जिम सरभ, करिश्मा तन्ना, पीयूष मिश्रा, सयाजी शिंदे, अंजन श्रीवास्तव
- डायरेक्शन-एडिटिंग : राजकुमार हिरानी
- स्टोरी, स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स : राजकुमार, अभिजात जोशी
- बैकग्राउंड स्कोर : संजय वांडरेकर, अतुल
- सिनेमैटोग्राफी :एस. रवि वर्मन
- रनिंग टाइम : 161.45 मिनट
निर्देशक राजकुमार हिरानी बॉलीवुड में मास्टरपीस सिनेमा बनाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अब तक 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', 'लगे रहो मुन्नाभाई', '3 इडियट्स' और 'पीके' सरीखी बेहतरीन फिल्में इंडस्ट्री को दी है। अब उन्होंने बॉलीवुड स्टार संजय दत्त की विवादित लाइफ को फिल्म 'संजू' के जरिए सिल्वर स्क्रीन पर प्रजेंट किया है। फिल्म में संजय के रोल में रणबीर कपूर ने एक्टिंग का मास्टर स्ट्रोक लगाया है, वहीं राजू और उनकी टीम ने अपने स्टोरी टेलिंग अंदाज से माइंड ब्लोइंग फिल्म रची है, जो दर्शकों का मनोरंजन करती है। फिल्म में न सिर्फ बाप-बेटे के रिश्ते की गहराई को शिद्दत से उतारा है, बल्कि दोस्ती, साहस और मुश्किलों का सामना करने की कहानी को भी प्रस्तुत किया है।
यह है स्क्रिप्ट
फिल्म की शुरुआत तब होती है, जब एक लेखक संजय दत्त (रणबीर) की बायोग्राफी लिखता है, लेकिन वह किताब में संजू यानी बाबा को बापू की तरह प्रस्तुत कर देता है। इससे संजय खीझ उठता है। वह कहता है कि असल जीवन में मैं ऐसा नहीं हूं तो क्यों ऐसा दिखाने की कोशिश की जाती है। वह चाहता है कि उसकी असल कहानी लोगों के सामने आए। जब संजय दत्त को शीर्ष कोर्ट से पांच साल की जेल की सजा की खबर आती है तो उसकी पत्नी मान्यता कहती है कि क्यों न वह अपनी बायोग्राफी फेमस राइटर विन्नी रॉय (अनुष्का शर्मा) से लिखवाए। इसके बाद संजय विन्नी से मिलता है, जो कि शुरुआत में आनाकानी करती है। फिर वह उसे अपनी कहानी बताना शुरू करता है। इसमें संजू को ड्रग्स की लत, पिता से नाराजगी, मां की तबीयत खराब होना और फिर मौत, दोस्ती, गर्लफ्रेंड, टेरेरिस्ट होने का आरोप लगना, जेल जाना, गर्ल्स से सेक्सुअल रिलेशन आदि घटनाओं को बताया गया है।रियल रॉकस्टार रणबीर
रणबीर का अभिनय असाधारण है। उन्होंने संजू के किरदार को वास्तव में जीया है। उनका अंदाज और हाव-भाव ऐसा है कि वह शुरू से आखिर तक सिर्फ संजय दत्त ही लगे हैं। सुनील दत्त की भूमिका में परेश रावल दमदार हैं। रणबीर के साथ के उनके सीन भावुक कर देने वाले हैं। दोस्त कमल कन्हैयालाल कपासी उर्फ कमली के कैरेक्टर में विकी कौशल की एक्टिंग आउटस्टैंडिंग है। संजय को ड्रग्स की लत लगाने वाले दोस्त के रोल में जिम सरभ इफेक्टिव हैं। नरगिस दत्त के रोल में मनीषा कोइराला परफेक्ट हैं। दीया मिर्जा, अनुष्का शर्मा, सोनम कपूर और बोमन ईरानी ने बढ़िया काम किया है।वेल क्राफ्टेड स्क्रीनप्ले
राजकुमार हिरानी का निर्देशन काबिलेतारीफ है। स्क्रीनप्ले वेल क्राफ्टेड है, जिसमें राजकुमार और अभिजात जोशी ने संजू के जीवन के अलग-अलग दौर और सिलसिलेवार घटनाओं को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है। बैकग्राउंड स्कोर आउटस्टैंडिंग है। गीत-संगीत भी ठीक-ठाक है। सिनेमैटोग्राफी अट्रैक्टिव है, वहीं लोकेशंस भी परफेक्ट चूज की गई हैं।इसलिए देखी जाए
रणबीर ने अपनी एक्टिंग से साबित कर दिया है कि वह रीयल रॉकस्टार हैं। संजय की कंट्रोवर्शियल लाइफ को पर्दे पर उतारने में राजू का निर्देशकीय कौशल काबिलेतारीफ है। फिल्म के आखिर में असल संजय दत्त की एंट्री सोने पे सुहागा है और रणबीर के साथ उनके डांस नंबर पर सिटियों से हॉल गूंज उठता है। हालांकि किसी भी तरह की कंट्रोवर्सी से बचने के लिए संजय की जिंदगी के कई पहलुओं को फिल्म में नहीं दिखाया है। फिल्म एंगेजिंग और इमोशनल है, जो रुलाती है तो हंसने का मौका भी देती है। लिहाजा इस फिल्म का सिनेमाहॉल में जाकर लुत्फ उठाना तो बनाता है।रेटिंग: ★★★★
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