'वीरे दी वेडिंग' : बिंदास है यह गर्ल गैंग

  • डायरेक्शन : शशांक घोष
  • राइटर : निधि मेहरा, मेहुल सूरी
  • म्यूजिक : शाश्वत सचदेव, विशाल मिश्रा, करन, वाइट नॉइज       
  • सिनेमैटोग्राफर: सुधाकर रेड्डी यक्कांती 
  • जोनर : कॉमेडी     
  • एडिटिंग : श्वेता वेंकट मैथ्यू 
  • स्टार कास्ट : करीना कपूर खान, सोनम कपूर, स्वरा भास्कर, शिखा तलसानिया, सुमित व्यास, विवेक मुश्रान, मनोज पाहवा, नीना गुप्ता, अंजुम रजबअली
  • रनिंग टाइम : 125 मिनट
'खूबसूरत' फेम निर्देशक शशांक घोष की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' चार दोस्तों की कहानी है। ये चार दोस्त लड़कियां हैं और लड़कियां भी ऐसी, जो बिंदास हैं, सेक्स और हमारे समाज में वर्जित ऐसे ही दूसरे विषयों पर बेबाक बात करती हैं। यही नहीं, अब्यूसिव लैंग्वेज का इस्तेमाल करना तो मानो इनकी हॉबी है। फिल्म में इन लड़कियों का प्रोग्रेसिव एटीट्यूड दिखाया है, वहीं उनकी समस्याओं और उलझनों से भी वाकिफ कराया है। इन सबके बावजूद फिल्म एक कामचलाऊ एंटरटेनिंग से ज्यादा नहीं है। 

जिंदगी के उतार-चढ़ाव

कहानी दिल्ली की रहने वाली चार बचपन की फ्रेंड्स कालिंदी (करीना कपूर), अवनी (सोनम कपूर), साक्षी (स्वरा भास्कर) और मीरा (शिखा) के इर्द-गिर्द घूमती है। 10 साल बाद चारों जिंदगी के अलग-अलग मोड़ पर हैं। इस बीच कालिंदी बॉयफ्रेंड ऋषभ (सुमित व्यास) का शादी का प्रपोजल स्वीकार कर लेती है। कालिंदी की शादी के बहाने यह बिंदास गर्ल गैंग एक बार फिर इकट्ठा होती है। इसके बाद चारों फ्रेंड्स की जिंदगी के उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं।

कास्टिंग है परफेक्ट

फिल्म की कास्टिंग बेहतरीन है। चारों लीड किरदार में करीना, सोनम, स्वरा और शिखा की कैमिस्ट्री जबरदस्त है। इन चारों एक्ट्रेस ने मॉडर्न खयालात के साथ जीने वाली लड़कियों को पर्दे पर आकर्षक अंदाज में उतारने की पूरी कोशिश की है। करीना, सोनम और स्वरा की परफॉर्मेंस अच्छी है, वहीं शिखा ने भी अपनी कॉमिक टाइमिंग से चौंकाया है। सुमित व्यास ने कालिंदी के बॉयफ्रेंड का रोल सहज ढंग से निभाया है। सपोर्टिंग किरदार में नीना गुप्ता, विवेक मुश्रान, अंजुम रजबअली, विश्वास किनी, आयशा रजा और इकावली खन्ना का काम ठीक है।

निर्देशन और स्क्रीनप्ले में कसावट की कमी

शशांक ने यूथ को टार्गेट रखते हुए एडल्ट कॉमेडी ड्रामा रचा है, लेकिन निर्देशन में पकड़ थोड़ी ढीली रह गई। स्क्रिप्ट में शादी, दोस्ती, रिलेशनशिप, टूटती फैमिली जैसे मुद्दों को पिरोया है। स्क्रीनप्ले एंगेजिंग है, पर बीच-बीच में रिद्म पर असर पड़ता है। वन लाइनर्स, सेक्स टॉक और डायलॉग्स गुदगुदाते हैं। गीत-संगीत यूथ के टेस्ट के मुताबिक है। एडिटिंग में शार्पनेस की कमी खलती है। फिल्मांकन औसत है।

फीमेल बडीज की बॉन्डिंग के लिए देखें

बॉलीवुड में ब्रोमांस तो काफी देख चुके हैं, पर यहां फीमेल बडीज की बॉन्डिंग है। बोल्ड थीम पर बनी इस फिल्म में ग्लैमर, गर्ल गैंग की बॉन्डिंग और एक्टर्स की कैमिस्ट्री खास है। लिहाजा यूथ, खासकर फीमेल के लिए 'वीरे...' इस हफ्ते अच्छा ऑप्शन है। परिवार के साथ देखने से बचें, क्योंकि असहज महसूस करेंगे।

रेटिंग: ½