एकदम धुन में है 'अंधाधुन'
- डायरेक्शन : श्रीराम राघवन
- स्टोरी : श्रीराम राघवन, अरिजित बिस्वास, पूजा सूर्ती, योगेश चंदेलकर
- म्यूजिक : अमित त्रिवेदी
- सिनेमैटोग्राफी : के. यू. मोहनन
- एडिटिंग : पूजा लढा सूर्ती
- स्टार कास्ट : आयुष्मान खुराना, तब्बू, राधिका आप्टे, अनिल धवन, जाकिर हुसैन, अश्विनी कलसेकर, मानव विज, छाया कदम
- रनिंग टाइम : 139.36 मिनट
निर्देशक श्रीराम राघवन की थ्रिलर जोनर पर अच्छी पकड़ है। यही वजह है कि रोमांच से भरपूर उनकी फिल्मों 'एक हसीना थी', 'जॉनी गद्दार' और 'बदलापुर' को ऑडियंस का प्यार मिला था। राघवन की नई फिल्म 'अंधाधुन' में भी थ्रिल मजेदार अंदाज में एकदम धुन में आगे बढ़ता है। फिल्म के कथानक में बहुत सारे ट्विस्ट्स और टर्न्स आते हैं, जो इसे रोचक बनाते हैं। यह पुणे में रहने वाले दृष्टिहीन पियानो प्लेयर आकाश (आयुष्मान खुराना) की कहानी है, जो सोफी (राधिका आप्टे) से एक्सीडेंटली टकराता है। आकाश के टैलेंट को देखकर सोफी के पिता उसे उनके रेस्टोरेंट फ्रैंको में पियानो के म्यूजिक से लोगों का मनोरंजन करने के लिए रख लेते हैं। इधर, एक्टिंग से संन्यास लेकर रीयल एस्टेट बिजनेस में सक्रिय प्रमोद सिन्हा (अनिल धवन) अपने से काफी कम उम्र की वाइफ सिमी (तब्बू) के साथ रहता है। सिन्हा अपनी मैरिज एनिवर्सरी के दिन आकाश को घर पर प्राइवेट कॉन्सर्ट के लिए बुलाता है। सिन्हा का मकसद अपनी वाइफ सिमी को सरप्राइज देने का होता है। लेकिन जब आकाश वहां पहुंचता है तो कुछ ऐसा होता है, जिससे कहानी में एक नया मोड़ आ जाता है।
क्यों देखें : राइटिंग, डायरेक्शन, प्रजेंटेशन और एक्टिंग सभी स्तर पर फिल्म अच्छी है। यह सस्पेंस, थ्रिलर से भरी फन मूवी है। कथानक ऐसा है, जो शुरू से अंत तक बांधे रखता है। ऐसे में अगर आप थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं तो 'अंधाधुन' आपके लिए बेस्ट आॅप्शन है।
रेटिंग: ★★★½
जीनियस स्टोरीटेलिंग और डायरेक्शन
फिल्म का प्लॉट अच्छा है, जिसे राइटिंग टीम ने स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले में बढिय़ा ढंग से गूंथा है। फिल्म का पहला हाफ जबरदस्त है। दूसरे हाफ में कहानी थोड़ी डगमगाने लगती है, लेकिन रोमांच बना रहता है। डायलॉग्स में डार्क ह्यूमर है, जो ट्विस्ट्स और टर्न्स के साथ एंटरटेन करता है। राघवन का डायरेक्शन और स्टोरीटेलिंग जीनियस है। इस मर्डर मिस्ट्री में एक अलग ही फ्लेवर नजर आता है। आयुष्मान ने अपने कॅरियर में अभी तक हल्के-फुल्के अंदाज के कैरेक्टर ही किए हैं, पर इस इंटेंस फिल्म में उनका किरदार चैलेंजिंग है। रहस्य में लिपटे उनके कैरेक्टर में कई लेयर्स हैं, जिसमें उनकी परफॉर्मेंस पावरफुल है। तब्बू एक बार फिर शानदार एक्टिंग से ध्यान बटोर ले जाती हैं। राधिका का काम अच्छा है। वेटरन एक्टर अनिल धवन भी छोटे से रोल में असरदार हैं। जाकिर हुसैन, मानव विज समेत अन्य सपोर्टिंग कास्ट ने बढिय़ा काम किया है। फिल्म का संगीत कहानी के मिजाज के मुताबिक है। बैकग्राउंड स्कोर शानदार है। सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग भी अच्छी है।क्यों देखें : राइटिंग, डायरेक्शन, प्रजेंटेशन और एक्टिंग सभी स्तर पर फिल्म अच्छी है। यह सस्पेंस, थ्रिलर से भरी फन मूवी है। कथानक ऐसा है, जो शुरू से अंत तक बांधे रखता है। ऐसे में अगर आप थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं तो 'अंधाधुन' आपके लिए बेस्ट आॅप्शन है।
रेटिंग: ★★★½
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